Wednesday, 22 September 2010

ई कुण आय (किरसाण)

ई कुण आय (किरसाण)
कड़कड़ाता घाम मs जुटेल छे ई काम मs
धरती की परत न खs हाल सी उघाड़तो
            ई कुण आय
           ई किरसाण आय
कुर्ता नs धोती पs सादी दाल रोटी पs
चेहरा पर आसा की जोत जगमगाड़तs
                     ई कुण आय
                     ई किरसाण आय
जीवन सगलो यको छे कयड़ी तपस्या
मिनत सी भगाड़s ई हर एक समस्या
साधना ई साधक की अक्षय सुहागेण छे
फसल़ नमs मेहनत का मंत्र छे रच्या बस्या
याणी सी सांझ तक, खेत सी खलिहान तक
जीवन का गीत भर उमंग सी सुणावतो
                     ई कुण आय
                     ई किरसाण आय
आसा बिस्वास रुपी बइल यका प्यारा छे
हाल़ वक्खर कोल़पा सब साथी ई न्यारा छे
घरवाल़ई प्रेरणा धरती माता इष्ट छे
राह बतावण कs लेण सूरज चांद तारा छे
मेहनत इकलोती सी ममता का मोती
धरती का गरभ सी खुसी खुसी निकालतो
                     ई कुण आय
                     ई किरसाण आय
सीना पs झेलs सब मोसम का वार यो
सरदी की ठिठुरन सी मानs नी हार यो
देस की तरक्की मs छे पत्थर नींव को
पेट भरs सबको असो पालणहार यो
छे महान ई किसान यका सी हिन्दोस्तान
सान कs अरू अधिक संवारतs
                     ई कुण आय
                     ई किरसाण आय
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